दो दिन जग में जीना है, इस पर क्या तू मान करे।
झूठी काया झूठी माया, झूठा क्या अभिमान करे।।
धरा रहेगा सब कुछ यहां पर, साथ कुछ नहीं जायेगा।
निकल गया जब समय हाथ से, तलियां मल पछतायेगा।।
चेत जरा और नाम सुमिर ले, समय से लाभ उठा ले तू।
भजन-भक्ति में दिल लगाकर, जीवन सफल बना ले तू।।
अर्थः-सन्तों की वाणियां उपदेश कर रहीं हैं कि ऐ मनुष्य! इस संसार में तू थोडे समय के लिये आया है। यह तेरा शरीर और शारीरिक सुख ऐश्वर्य सब नष्ट हो जाने वाले हैं। इनमें से कुछ भी तेरे साथ जाने वाला नहीं है। इनका झूठा अभिमान सर्वथा त्याग दे यदि समय निकल गया जो इस समय तेरे हाथ में है तो सिवाय पश्चाताप के कुछ भी तेरे पास नहीं रहेगा।
सन्तों की वाणियों पर विचार कर और ईश्वर की भजन-बन्दगी करके अपने जीवन को सफल बना ले और तेरा वह उद्देश्य पूरा हो जायेगा जिसके लिये तू इस संसार में आया है।
You have to live in the world for two days, would you believe it?
False body, false illusion, what a liar should be proud of.
Everything will remain here, nothing will go together.
When the time is out of hand, you will regret it.
Take care and Sumiran, take advantage of the time.
By putting your heart in Bhajan-Bhakti, you make life successful.
Meaning: The voices of the sages are preaching that O man! You have come to this world for a short time. This your body and bodily pleasures and opulences are all going to be destroyed. None of this is going to go with you. Give up their false pride altogether, if time has elapsed, which is in your hands at this time, then nothing will remain with you except repentance.
Make your life successful by considering the words of the saints and doing bhajan-bandagi of God and your purpose will be fulfilled for which you have come in this world.
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