हुई मालिक की कृपा, पाया मानुष जन्म।
इसमें भक्ति का लाभ उठा, फिर न मिले दोबारा जन्म।।
सच्चा लाभ है मालिक की भक्ति कमा।
भक्ति करके अपने जीवन को सफल बना।।
करेगा भक्ति तो पायेगा सच्चे सुख को सदा।
रहा भक्ति से महरूम तो उठायेगा दुख को सदा।।
अब भी वेला है कर ले मालिक की बन्दगी।
वरना रायेगां गुजर जायेगी तेरी जिन्दगी।।
कर ले संतों की संगत बना ले अपनी सफल जिन्दगी।
जीवन उसका सफल हुआ जिसने की मालिक की बन्दगी।।
अर्थ :- सन्त फरमाते हैं कि ऐ मनुष्य! ईश्वर की कृपा से ही यह अनमोल मनुष्य शरीर इस जीवात्मा को प्राप्त होता है। इस दुर्लभ मनुष्य जन्म को पाकर ईश्वर की भक्ति कर ले क्योंकि यह दोबारा प्राप्त नही होगा।
प्रभु की भक्ति करना ही इस मनुष्य शरीर धारण करने का असली लाभ है। प्रभु भक्ति करके अपने जीवन को सफल बना लो।
इससे क्या होगा? तुझे सच्चे सुख की प्राप्ति होगी जिसके लिये तेरी आत्मा अनेक जन्मों से तडप रही थी। यदि प्रभु भजन नहीं किया, भक्ति नहीं की तो तुझे बहुत दुख उठाना पडेगा।
अब भी अवसर है भजन-सुमिरण कर ले और अपनी आत्मा का कल्याण कर ले अन्यथा तेरी जिन्दगी व्यर्थ चली जायेगी।
सन्तों की संगति में जाकर अपनी जिन्दगी को सफल बना लो। प्रभु की भक्ति करके जीवन सफल हो जायेगा। जो इस जीवात्मा का असली उद्देश्य है।
Got the blessings of the God, got human birth.
In this, you have benefited from devotion, but you will not get rebirth again.
The real profit is earning the devotion of the master.
Make your life successful by doing devotion.
If you do devotion, you will always get true happiness.
If you remain deprived of devotion, you will always take away sorrow.
Even now it is time to do the master's closure.
Otherwise your life will pass away.
Make your own successful life with the company of saints.
Life was successful for those who obeyed the master.
Meaning:- The saints say that O man! This precious human body is received by this soul only by the grace of God. After attaining this rare human birth, do devotion to God because it will not be received again.
The real benefit of wearing this human body is to worship the Lord. Make your life successful by worshiping God.
What will happen with this? You will get true happiness for which your soul was suffering for many births. If you do not worship the Lord, do not do devotion, then you will have to suffer a lot.
There is still an opportunity to do hymns and do the welfare of your soul, otherwise your life will go in vain.
Make your life successful by going in the company of saints. Life will be successful by worshiping the Lord. Which is the real purpose of this soul.
janjagranindia
0 टिप्पणियाँ