काबिले - फखर नहीं मुल्क का सुल्तान होना।
इक बडी चीज है इन्सान का इन्सान होना।।
इन्सानी तन पाकर जो करता है भक्ति भगवान की।
सही मायनों में यही पहचान है इन्सान की।।
अर्थ :- सन्त अपनी वाणी में फरमाते हैं कि ऐ इन्सान! दुनिया की सल्तनत हासिल कर लेना यह कोई बडी बात नहीं। बडी बात क्या है? कि इन्सान का इन्सान होना। फरमाते हैं कि मनुष्य शरीर को पाकर भगवान की भक्ति जो करता है वही सही मायनों में इन्सान कहलाने का अधिकारी है।
इन वचनों में कितना रहस्य छिपा है उन्होंने फरमाया कि मनुष्य तन की प्राप्ति इतनी दुर्लभ है कि यदि दुनिया का सम्राट भी बन जाये और प्रभु की भक्ति नहीं की तो उसका जीवन व्यर्थ ही चला जायेगा।
इस दुनिया में इन्सान केवल केवल अपनी आत्मा के उद्धार के लिये आया है और वह कार्य यहां आकर नहीं किया एवं दुनिया के काम-धन्धों में ही अपनी पूरी जिन्दगी लगा दी तो मानो कि वह परलोक में खाली हाथ जायेगा और उसकी आत्मा को बहुत दुख उठाने पडेंगे।
Worthy - Not being proud to be the Sultan of the country.
One big thing is that a human being is a human being.
After getting a human body, one does devotion to God.
In the true sense, this is the identity of a human being.
Meaning:- The saints say in their speech that O human! It is not a big deal to get the kingdom of the world. What's the big deal? To be a human being. It is said that the one who does devotion to God after attaining a human body, is entitled to be called a human being in the true sense. How much secret is hidden in these words, he said that attainment of human body is so rare that even if he becomes the emperor of the world and does not worship the Lord, his life will go in vain. Man has come in this world only for the salvation of his soul and did not do that work by coming here and devoted his whole life in worldly activities, then it is as if he will go empty handed in the hereafter and his soul will suffer a lot. Will fall.
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